ग्वालियर में करणी सेना के खिलाफ डॉ. सलोनी सिंह ने कराई एफआईआर दर्ज
• करणी सेना के पदाधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री को सार्वजनिक तौर पर अभद्र भाषा में दी गई थी गालियां • सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वीडियो मुख्यमंत्री को मां बहन की गाली देने से आहत हैं लोग
ग्वालियर : बीते दिनों भोपाल में करणी सेना द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सार्वजनिक तौर पर मां बहन की गाली देने का मामला प्रदेश में तूल पकड़ता जा रहा है । विभिन्न सामाजिक संगठनों के द्वारा करणी सेना के कार्यकर्ताओं पर एफ आई आर दर्ज कराई जा रही है । एक तरफ ओबीसी वर्ग मुख्यमंत्री के लिए इस प्रकार की अभद्र भाषा को गलत बता कर कार्यवाही की मांग कर रहा है तो वहीं दूसरी तरफ व्यक्तिगत तौर पर भी लोगों के द्वारा क्षेत्रीय थाना में पहुंचकर एफ आई आर दर्ज कराई जा रही है चूंकि मुख्यमंत्री किरार समाज से आते हैं इसीलिए अखिल भारतीय किरार क्षत्रिय महासभा के बैनर तले भी कई जगह पर करणी सेना पर एफ आई आर दर्ज कराई जा रहे हैं । मुख्यमंत्री के लिए इस प्रकार की भाषा का प्रयोग सामाजिक और राजनीतिक तौर पर तूल पकड़ता जा रहा है ।
खबर ग्वालियर से है जहां वरिष्ठ भाजपा नेत्री एवं समाजसेवी का डॉक्टर सलोनी सिंह धाकड़ ने कंपू थाना पहुंचकर करणी सेना के पदाधिकारियों पर एफ आई आर दर्ज कराई है जो कि ग्वालियर में पहली एफ आई आर दर्ज हुई है । जानकारी के अनुसार डॉ सलोनी सिंह धाकड़ अपने साथियों के साथ कंपू थाना पहुंचे जहां उन्होंने मुख्यमंत्री के लिए मां बहन की अभद्र गालियों को वीडियो को एक पेन ड्राइव में लेकर थाना प्रभारी को सौंपा है और साथ ही एक आवेदन देकर एफ आई आर दर्ज कराई है । उन्होंने कहा है की किसी भी संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति के लिए इस प्रकार की भाषा का प्रयोग करना किसी भी प्रकार से क्षत्रियों को शोभा नहीं देता है । वरिष्ठ भाजपा नेत्री डॉ सलोनी सिंह धाकड़ ने कहा है कि मुख्यमंत्री की स्वर्गीय माता जी के लिए इस प्रकार के अपशब्द बोलने बालों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि निकट भविष्य में इस प्रकार के कृत्य को दोहराया ना जा सके । करणी सेना ने इस प्रकार की भाषा का इस्तेमाल कर मां बहन की गालियां देकर न केवल एक जघन्य अपराध किया है वल्कि पूरे देश और प्रदेश की मातृशक्ति की छवि को धूमिल भी किया है, जिससे एक तरफ हो मातृशक्ति वर्ग आहत है तो वहीं दूसरी तरफ सामाजिक तौर पर पिछड़े वर्ग का अपमान भी हुआ है । उन्होंने आगे यह भी कहा है कि यदि इस प्रकार की कृत्यों पर त्वरित और कठोरतम कार्यवाही नहीं की गई तो आगे भी इस प्रकार की घटनाएं होंगी जो कि एक शब्द समाज के लिए सही नहीं है । समाज सेविका डॉक्टर सलोनी सिंह धाकड़ ने कहा कि हम लोग सनातन परंपरा के लोग हैं जहां वेद शास्त्रों में भी नारी को देवी का स्वरूप माना गया है यत्र नारी पूज्यंते रमंते तत्र देवता जैसी सूक्तियां हमारे वेदों और पुराणों में शामिल हैं नारी को पूछने की बात करने वाले लोग ही यदि खुले तौर पर नारियों का इस तरह से अपमान करेंगे तो फिर सभी समाज का निर्माण किस तरह से होगा। अपने हक और अधिकारों के लिए आंदोलन करना और सरकार के समक्ष मांग रखना एक संवैधानिक अधिकार है लेकिन संवैधानिक अधिकारों को परे रखकर प्रदेश के मुखिया को खुले तौर पर मां बहन की गालियां देना न्यायोचित नहीं है यह मानहानि की श्रेणी में आता है जिससे प्रदेश के मुखिया की छवि भी धूमिल हुई है और वही एक नारी विशेष वर्ग का भी अपमान हुआ है ।