गाँव, गली और शहर के हर चौराहे पर शराब के ठेके, युवा नशे की गिरफ्त में

खबरनामा : सरकार ने अब नई आबकारी नीति के अनुसार गांव गांव और गली गली के अलावा शहर के हर चौराहे पर शराब की दुकानें खोल दी और इतना ही नहीं अब देशी और विदेशी शराब को एक ही काउंटर से बेचने के लिए कंपोजिट शॉप की परमिशन देकर नशे के कारोबार को बढ़ा दिया है । जब कमलनाथ सरकार ने महिलाओं के लिए अलग से शराब की दुकान खोलने की बात की थी तब विपक्ष में बैठी भारतीय जनता पार्टी ने विरोध में खूब शोर शराबा किया था लेकिन जब खुद सरकार में आए तो नई शराब नीति लाकर नशा कारोबार को और बढ़ा दिया है।
सूबे में गाँव और शहर की गली गली में अवैध रूप से न केवल कच्ची शराब बड़ी मात्रा में बन रही बल्कि बड़े पैमाने पर बिक्री भी हो रही है । कच्ची शराब के अलावा अब देशी विदेशी शराब भी अब किराने की दुकान से लेकर गुमटियों तक पर उपलब्ध हो जाती है, शराब के अवैध धंधे के चलते क्षेत्र में बड़ी घटना घटने की आशंका बनी रहती है, बीते कुछ महीनों में प्रदेश के कई जिलों में बड़े स्तर पर घटनाएं घटित हो चुकी हैं और कई लोगों की जान भी जा चुकी है । प्रभारी मंत्री के साफ निर्देश कि मेरे प्रभार वाले क्षेत्र में अवैध उत्खनन और अवैध मादक पदार्थों की बिक्री नहीं होनी चाहिए, के बावजूद प्रशासन नहीं जागा है । नशे की चपेट में सबसे ज्यादा क्षेत्र के युवा आ रहे हैं जिसके चलते हर घर मे कलह बढ़ रही है, युवा अपराध की दुनिया में घुसते जा रहे हैं, इतना ही नहीं हर क्षेत्र में चोरी और डकैती की घटनाएं होना भी आम बात हो गयी है । सूत्रों की मानें तो पुलिस की शह पर ग्रामीण इलाकों में नशे का व्यापार फल फूल रहा है लेकिन विभागीय अधिकारी जांच करा लेंगे का हवाला देकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल देते हैं जिससे नशे कारोबारियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं और युवा पीढ़ी को इसकी गिरफ्त में लेकर अंचल की खुशियों को ग्रहण तो लगा ही रहे हैं युवा वर्ग के भविष्य को तवाह किया जा रहा है ।

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