पूरे सीजन स्कूलों की छुट्टी, अधिकारियों ने दिए निर्देश

पूरे देश के साथ ही मध्यप्रदेश में लगातार जोरदार बारिश हो रही है। भारी बारिश के चलते सभी विभागों के साथ ही सरकारी स्कूलों की व्यवस्थाएं प्रभावित हो रहीं हैं। अक्सर प्रदेश के अधिकांश जिलों के स्कूलों में बारिश के कारण अवकाश घोषित कर दिया जाता है। इसी को देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने एक और बड़ा फैसला लिया है.इस बारे में संयुक्त संचालक ने एक आदेश जारी किया है जिसमें यह कहा गया है कि जिन सरकारी स्कूलों की बिल्डिंग जीर्णशीर्ण हो चुकी है यानि भवन जर्जर हैं उनमें बारिश के पूरे सीजन के दौरान क्लासेस नहीं लगाई जाएंगी. स्कूल विभाग के इस कदम से स्पष्ट हो गया है कि इस पूरे सीजन इस तरह के स्कूलों में किसी भी तरह की पढ़ाई का संचालन नहीं होगा
क्या है आदेश
संयुक्त संचालक ने इस बावत सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी किया है और ऐसे स्कूलों की जानकारी मांगी है।और उन कारणों को भी मांगा है जिनके चलते भवन जर्जर हो चुके हैं. गौरतलब है कि प्रदेश के ज्यादातर सरकारी स्कूलों की बिल्डिंग पुरानी हैं. स्कूलों की हालत इतनी दयनीय हो चुकी है कि यहां आ रहे विद्यार्थियों को भवन के गिरने का डर सताते रहता है. ऐसे ही हालातों में प्रदेश के दो जिलों में विद्यार्थी जर्जर स्कूल भवनों में बैठने से इंकार करते हुए विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं. यहां तक कि बिरसिंहपुर में तो विद्यार्थियों ने स्कूल भवन में खुद ही ताला लगा दिया था.
विभाग के आदेश के बाद अफरातफरी
शिक्षा विभाग के इस आदेश के बाद जिला शिक्षा अधिकारी जर्जर स्कूलों की जानकारी जुटाने में लग गए हैं. भोपाल जिले में एजूकेशन डिपार्टमेंट के चार ब्लाक नया शहर, पुराना शहर, फंदा और बैरसिया आते हैं. जानकारी के अनुसार भोपाल के इन चारों ब्लाकों में ही कुल मिलाकर 27 स्कूल बिल्डिंग जर्जर हालत में हैं. इनमें से ज्यादातर प्राइमरी और मिडिल स्कूल हैं.
खास बात यह भी है कि संयुक्त संचालक के आदेश में इन स्कूलों की क्लासेस की वैकल्पिक व्यवस्था का कोई जिक्र नहीं किया गया है. लेकिन इसमें यह साफ कहा गया है कि बारिश के दौरान इन स्कूलों में कक्षाएं नहीं लगाई जाएंगी. विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय किया गया है.अब देखना होगा प्रशासन ऐसी स्थिति में कैसे बच्चों की पढ़ाई जारी रखेगा।

Subscribe to my channel



