जीआरएमसी के पूर्व डीन डॉ. समीर गुप्ता पर EOW ने दर्ज किया प्रकरण
2020-21 में हुए नर्सिंग भर्ती घोटाले को लेकर हुई है कार्यवाही

ग्वालियर : देर से ही सही लेकिन गजराराज चिकित्सा महाविद्यालय के पूर्व अधिष्ठाता डॉ. समीर गुप्ता के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने प्रकरण दर्ज किया है। EOW ने यह प्रकरण 2020 और 21 के बीच हुई नर्सों की भर्ती में हुईं धांधली को लेकर दर्ज किया है। गजराराजा मेडिकल कॉलेज ग्वालियर में नर्सिंग भर्ती और पैरामेडिकल स्टाफ भर्ती में नियमों को ताक पर रखकर इस कार्य को अंजाम दिया गया था जिसमें तत्कालीन अधिष्ठाता डॉ समीर गुप्ता की भूमिका अहम थी, मामला अवर सचिव स्वास्थ्य विभाग भोपाल जा पहुंचा था लेकिन जानकारी के अनुसार राजनीतिक रसूख और सरंक्षण के चलते कोई कार्यवाही नहीं हुई । इस मामले को मीडिया ने खूब उठाया था , साथ ही इस मामले में जीवाजी विश्वविद्यालय की कार्य परिषद के पूर्व सदस्य केपी सिंह ने ईओडब्ल्यू में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें कहा गया था कि नर्सों की भर्ती में नियमों की अनदेखी की गई है।
यह है मामला :
दरअसल गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय द्वारा वर्ष 2020-21 के बीच स्टाफ नर्सों के करीब ढाई सौ पदों पर भर्ती के लिए एमपी ऑनलाइन के माध्यम से मैरिट सूची निर्मित कराई गई। इस सूची के अनुसार महाविद्यालय के पूर्व अधिष्ठाता डॉ. समीर गुप्ता ने एक छानबीन समिति गठित कर अंतिम सूची तैयार की। जिसमें अनारक्षित, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस संवर्ग के अलग-अलग नाम चयन हेतु प्रस्तावित किए गए। इस समिति में कुल 12 लोगों को शामिल किया गया, जिसने कॉमन मेरिट सूची में से संवर्ग अनुरूप नाम निकालकर नियुक्ति आदेश जारी करने के लिए सूची अग्रेषित कर दी। इसे ऐसे समझा जा सकता है कि रेखा कुशवाहा नामक अभ्यर्थी ने इस सूची में 61 अंकों के साथ मेरिट में प्रथम स्थान अर्जित किया लेकिन उनका चयन किया गया ओबीसी कोटे में। जबकि सामान्य प्रशासन विभाग के आदेश क्रमांक एफ-7-46/आ.प्र./एक दिनांक 07..2000 के बिंदु क्रमांक 02 के अनुसार ऐसे अभ्यर्थियों को अनारक्षित संवर्ग में चयनित किया जाना है। ग्वालियर मेडिकल कॉलेज की इस भर्ती प्रक्रिया में इसी तरह की अक्षम्य धांधलियां कारित की गईं है, जिसके चलते ओबीसी के 24 अनुसूचित जाति के 4 अभ्यर्थी चयन से बाहर कर दिए गए । इसकी शिकायत जीवीजी विश्वविद्यालय के पूर्व कार्य परिषद सदस्य केपी सिंह ने ईओडब्ल्यू के क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल में की थी। जांच के बाद ईओडब्ल्यू ने पूर्व अधिष्ठाता डॉ. गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए अगली विवेचना के लिए उसे ग्वालियर स्थित ईओडब्ल्यू के कार्यालय में रेफर कर दिया है। ग्वालियर में ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने बताया कि मामले में सभी तथ्य जुटाए जा रहे हैं। दस्तावेजों की जांच पड़ताल सुनिश्चित की जाएगी। मामले में शिकायतकर्ता और डॉ. गुप्ता के बयान भी दर्ज किए जाएंगे।
विधानसभा में पहुंचाया था गोलमोल जबाव
नर्सिंग भर्ती घोटाले का मामला इतना हाई प्रोफाइल हो गया था कि ओबीसी महासभा के अलावा अन्य सामाजिक संगठनों ने संभागीय आयुक्त को ज्ञापन देकर उक्त मामले की जांच की मांग की थी ,साथ ही इस महाविद्यालय में हुए नर्सिंग फर्जीवाड़े को सत्तापक्ष कोलारस विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी द्वारा विधानसभा में प्रश्न उठाते हुए भर्ती प्रक्रिया में की गई गड़बड़ी की शिकायत की है। जिसको लेकर महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा भी गोलमोल जबाव विधानसभा के लिए भेजा गया है ।
मेडिकल कॉलेज में हड़कम्प
केस के ग्वालियर पहुंचते ही यह ख़बर गजराराजा मेडिकल कॉलेज परिसर में हड़कम्प मच गया है । इसकी बजह ये है कि अगर इसकी परतें खुलेंगी तो इसकी जद में अनेक लोग आएंगे। अब देखना है कि ईओडब्ल्यू किस किस को अपने लपेटे में लेती हैं।
आशीष चतुर्वेदी भी कर चुके हैं शिकायत
नर्सिंग स्टाफ की फर्जी तरीके से भर्ती करने की शिकायत
आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी ने भी की है। आशीष
द्वारा झासी रोड थाने में की अपनी शिकायत में बताया गया है
कि डॉ. समीर गुप्ता और उनके साथियों ने स्टॉफ नसों के पदो
पर की गई भर्ती प्रक्रिया में सामान्य प्रशासन विभाग के आदेश का पालन नहीं किया गया।

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