प्रवीण को टिकिट देकर भाजपा से नाराज ब्राम्हणों को साधा कांग्रेस ने

ग्वालियर : मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस ने 28 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। खजुराहो लोकसभा सीट गठबंधन में सपा के खाते में गई थी लेकिन वहां भी समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार का फॉर्म निरस्त हो गया है। ग्वालियर और मुरैना सीट पर कांग्रेस को कभी सोच विचार कर फैसला लेने में देरी हो रही थी और अब आखिरकार नामों पर मुहर लग गई है और नाम कोई चौंकाने वाले नहीं बल्कि पैनल में जो प्रबल दावेदार थे उन्हीं में से तय हुए हैं।
ग्वालियर लोकसभा सीट से कांग्रेस ने ग्वालियर दक्षिण सीट से 2018 में विधायक बने प्रवीण पाठक को मौका दिया है, प्रवीण पाठक 2023 का विधानसभा चुनाव भाजपा के नारायण सिंह कुशवाह से हार गए थे और अब लोकसभा चुनाव में उनका मुकाबला ग्वालियर ग्रामीण से विधानसभा चुनाव हार चुके भारत सिंह कुशवाह से है । प्रवीण पाठक को मौका देना एक सोची समझी रणनीति है , कांग्रेस मुरैना और ग्वालियर में से किसी एक सीट पर ब्राह्मण चेहरे को मौका देना चाहती थी इसलिए ग्वालियर से प्रवीण पाठक और मुरैना से जौरा विधायक पंकज उपाध्याय प्रबल दावेदार थे। ग्वालियर लोकसभा क्षेत्र की ग्वालियर पूर्व , ग्वालियर ग्रामीण , डबरा और पोहरी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के विधायक हैं ।
सूत्रों की मानें तो ग्वालियर चंबल अंचल क्षेत्र में ब्राह्मण समाज को भारतीय जनता पार्टी ने न तो विधानसभा और न ही लोकसभा में मौका दिया इसलिए ब्राह्मण समाज भाजपा से अंदरूनी नाराज बताया जा रहा है और इसी नाराजगी को भुनाने के लिए कांग्रेस ने प्रवीण पाठक को टिकिट देकर ट्रंप कार्ड चला है। खबर है कि प्रवीण पाठक के चुनावी मैदान में आने से ग्वालियर लोकसभा सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो गया है क्योंकि लोकसभा की ज्यादातर विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है और उसमें भी डबरा कांग्रेस का गढ़ है इसके अलावा पोहरी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा लोकसभा चुनाव में एक भी बार कुछ अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई है। अब हो सकता है कि अंचल का ब्राह्मण वोट बैंक का ध्रुवीकरण काग्रेस के पक्ष में हो सकता है और ये सब संभव हुआ तो मुकाबला दिलचस्प होगा।

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