ये गांव की नहीं बल्कि महानगर ग्वालियर की सड़कें हैं, कृपया संभल कर चलें !

ग्वालियर : प्रदेश के महानगर और राज्य सहित केंद्र सरकार में एक अहम हिस्सा रखने वाले ग्वालियर को महानगरों की श्रेणी में गिना जाता है। स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल कर ग्वालियर के विकास के वादे यहां के जनप्रतिनिधि करते रहते हैं, राज्य सरकार और केंद्र सरकार के मनात्रीमंद में ग्वालियर को हमेशा ही प्रमुख जिम्मेदारी मिली है , बीते 57 साल तक नगर सरकार यानी नगर निगम में भारतीय जनता पार्टी का एकतरफा कब्जा रहा है, 20 साल से प्रदेश में भाजपा की सरकार है , अब एक बार फिर – मोदी सरकार तीसरी बार सत्ता में वापिस हुई हुआ लेकिन तस्वीरें देखकर कोई भी अंदाजा लगा लेगा कि वह री ! भाजपा सरकार… यदि यही विकास है तो फिर ये शहर विकास के नाम पर बांझ ही ठीक था ।
दरअसल ये तस्वीरें ग्वालियर महानगर की रहवासी कॉलोनी गोल पहाड़िया की , नगर निगम ने सीवर लाइन डालने के लिए सड़कें तो खोद दी लेकिन उन सड़कों को दुरुस्त करना शायद भूल गया हो, लेकिन शासन और प्रशासन की इस करतूत के चलते आम आदमी का चलना दुश्वार हो गया है। दो पहिया वाहन तो छोड़िए पैदल चल पाना भी मुश्किल हो रहा है। 1 जुलाई से शैक्षणिक सत्र शुरू हो गया है और नौनिहाल अपने भविष्य निर्माण के लिए स्कूल जाना शुरू कर तो दिए लेकिन माता पिता के कंधों पर बैठकर भाजपा सरकार के विकास पथ पर चलना पद रहा है, पार्षद से लेकर विधायक ( जो कि मोहन सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं ) , सांसद ,राज्यसभा सांसद सब भाजपा से हैं लेकिन आम आदमी की सुध कोई नहीं लेना चाह रहा है। अब यह आपकी जिम्मेदारी है कि आप संभल कर चलें क्योंकि आप ग्वालियर में नहीं गड्ढालियर में है ।

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