संजय को टिकिट भले न मिला लेकिन हैं पार्टी के तारणहार

आंचलिक खबर : युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय सिंह यादव को लाख कोशिशों के बाद भी कांग्रेस ने उन्हें टिकट तो नहीं दिया लेकिन अब वह ही तीन-चार उपचुनाव सीटों पर कांग्रेस के तारणहार बन कर उभरे थे। कांग्रेस को अपनी नुक्कड़ सभाओं से लेकर बैठकों तक में भीड़ जुटाने के लिये अंचल की सीटों पर संजय सिंह को घुमाना पड़ रहा था।
संजय सिंह की सभाओं में भी जमकर भीड़ भी उन्हें देखने व सुनने के लिये उमड़ रही थी। इससे इतना तो तय है कि संजय भले ही कांग्रेस का टिकट लेने में कांग्रेस की नेताओं की गुटबाजी का शिकार हुए हों लेकिन वह उनके ही तारणहार बनकर उभरे ।
संजय सिंह युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष और कमलनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री रहे भितरवार विधानसभा से विधायक लाखन सिंह यादव के भतीजे हैं, इससे पूर्व वे युवा कांग्रेस में लोकसभा अध्यक्ष, राष्ट्रीय महासचिव जैसे पदों की जिम्मेदारी को निभा चुके हैं । इसके अलावा विभिन्न राज्यों के चुनावों में प्रभारी बनकर पार्टी के लिए मजबूती के साथ काम कर चुके हैं । उनके साथ युवाओं की फौज खड़ी दिखाई देती है, शिवराज सरकार के खिलता कोई आंदोलन हो या अपने नेताओं की सभा मे भीड़ जमा करना संजय के बाएं हाथ का खेल है, मुरैना जिले की जौरा विधानसभा सीट से वे कांग्रेस विधायक के निधन के बाद से ही दावेदारी पेश कर रहे थे और इसके लिए उन्होंने जौरा की गली गली को छान लिया था,लेकिन पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार न बनाकर युवा नेता पंकज उपाध्याय को उम्मीदवार बनाया था। अब 2023 की तैयारी में वे अभी भी क्षेत्र में सक्रिय हैं लेकिन देखना होगा कि पार्टी मौका देती है या नहीं ।

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