ग्वालियर में पकड़ा फर्जी थानेदार,युवक क्राइम ब्रांच का अफसर बनकर दिखाता था रौब

ग्वालियर में एक फर्जी थानेदार दबोचा गया है। यह युवक क्राइम ब्रांच का अधिकारी बन एम.पी ऑनलाइन की दुकानों पर पहुंचकर ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करा लेता था और इसके बाद अपने पुलिस अधिकारियों के आईडी को दिखाकर थाने से आकर रूपये लाने की बात कहता था। हाल ही में 4 दुकानदारों को उसने ठगा था। जब चारों दुकानदार उसे तलाशते हुए क्राइम ब्रांच के कार्यालय पहुंचे तो पता लगा कि ऐसा तो कोई अधिकारी ही नहीं है। चारों दुकानदारों से आवेदन लेने के बाद क्राइम ब्रांच ने आरोपी की तलाश शुरू की। शुक्रवार को फर्जी थानेदार को बस स्टैण्ड के पास से क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। आरोपी मुरैना का निवासी बताया गया है। पुलिस अभी उससे पूछताछ कर रही है।
ऐसे पकड़ा गया फर्जी थानेदार
पुलिस अधीक्षक ग्वालियर अमित सांघी को काफी दिनों से शिकायत आ रही थी कि एम.पी ऑनलाइन की दुकान चलाने वाले कुछ दुकानदारों से एक युवक खुद को क्राइम ब्रांच के थानेदार या इंस्पेक्टर बताकर रुपए ठग रहा है। वह क्राइम ब्रांच का रौब दिखाकर रुपए अपने अकाउंट में ऑनलाइन ट्रांसफर करा लेता था। बाद में दफ्तर से कैश लाने की बात कहकर गायब हो जाता था। लगातार शिकायत आने के बाद क्राइम ब्रांच की टीम को अलर्ट किया गया था। एएसपी क्राइम राजेश डंडौतिया ने टीम टीआई क्राइम डीपी गुप्ता को गिरफ्तारी की जिम्मेदारी सौंपी। इसी बीच टीम को सूचना मिली कि बस स्टैंड पर एक युवक गले में क्राइम ब्रांच के सब इंस्पेक्टर की आईडी लगाकर व पुलिस की कैप पहनकर खड़ा हुआ है। यह फर्जी थानेदार ही लग रहा है। इस पर क्राइम ब्रांच की टीम ने दबिश देकर बस स्टैंड के पास से आरोपी को हिरासत में लिया। तलाशी लेने उससे एक पुलिस की कैप, आईडी कार्ड व 99 हजार रुपए नकद बरामद हुए हैं। आरोपी की पहचान देवेन्द्र सिकरवार निवासी मुरैना के रूप में हुई है। वह यहां वारदात के लिए आता था। उसने वारदात करना कुबूल भी कर लिया है। उसने इस तरह की वारदातें मुरैना में भी की हैं।

Subscribe to my channel



