2023 के लिए दल के बाद दिल मिलाने की कोशिश

ग्वालियर – जब से सिंधियाई नेता भाजपा में शामिल होकर सत्ता और संगठन का हिस्सा हुए हैं तब से लगातार भाजपाई नेता राजनीतिक भविष्य को लेकर चिंतित तो सिंधियाई नेता दिल मिलाने की कोशिश में है । ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र से 2018 के आम चुनाव में कांग्रेस के प्रद्युमन सिंह तोमर ने भाजपा के पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद और बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष जयभान सिंह पवैया को सिशक्त दी थी । उसके बाद 2020 में हुए उपचुनाव में प्रद्युम्न भाजपा के टिकिट पर चुनाव लड़े,जीते और शिवराज कैबिनेट का हिस्सा भी बने लेकिन अब समीकरण 2023 को देखकर गुणा भाग के लग रहे हैं, वैसे तो 2023 में भी प्रद्युमन सिंह ही भाजपा के अघोषित उम्मीदवार हैं लेकिन कोशिश और भी दावेदार करेंगे । ऐसे में बजरंगी दादा भी ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र से टिकिट के लिए मांग कर सकते हैं । बजरंगी दादा की राजनीति हमेशा से ही महल के खिलाफ रही है ऐसे में सिंधिया का भाजपा में शामिल हो जाना बिल्कुल भी नहीं भा रहा होगा और शायद तभी वे खुले मंच से सिंधियाई नेताओं को नसीहत देते देखे गए । अब 2023 में प्रद्युमन को पवैया की ओर से टिकिट से लेकर भितरघात तक की चुनौती न मिले इसके लिए वे पवैया से पहले ही मिल चुके दल के बाद अब दिल मिलाने की कोशिश कर रहे हैं और इसी कड़ी में तोमर ने कल पवैया से मुलाकात की ।

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