जौरा में राजनीतिक भविष्य तलाशते युवा संजय, लेकिन ये है रोड़ा…

मुरैना : युवा कांग्रेस के सक्रिय नेता और वर्तमान में युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय सिंह यादव मुरैना जिले के विधानसभा जौरा में अपनी राजनीतिक जमीन तैयार कर रहे हैं । 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही लगातार संजय सिंह जौरा विधानसभा की गली – गली घूम कर अपनी राजनीतिक बिसात बिछा रहे हैं । इससे पहले मुरैना – श्योपुर लोकसभा सीट से भी संजय का नाम प्रबल दावेदारों में शामिल था । संजय सिंह यादव ने अभी तक युवा कांग्रेस में बड़ी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है । वे लोकसभा अध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय महासचिव तक की जिम्मेदारी निभा चुके हैं । इस बार वे युवा कांग्रेस के मध्य प्रदेश इकाई के उपाध्यक्ष चुने गए हैं । 2020 में हुए उपचुनाव में जौरा विधानसभा सीट से संजय सिंह यादव ने टिकट के लिए पुरजोर कोशिश की थी लेकिन कांग्रेस की ओर से टिकट लाने में युवा नेता पंकज उपाध्याय कामयाब हो सके और वे चुनाव हार गए । अभी 2023 के विधानसभा चुनाव आने में वक्त है लेकिन संजय सिंह यादव लगातार क्षेत्र में सक्रिय हैं और जनता के बीच पहुंच रहे हैं ।
टिकट मिलने में यह बन रहे हैं रोड़ा
संजय सिंह अंचल के एकमात्र ऐसे युवा नेता हैं जो 15 साल की भारतीय जनता पार्टी की सरकार से लेकर वर्तमान की भारतीय जनता पार्टी की सरकार के खिलाफ मुख्य विपक्ष की भूमिका में सड़कों पर आम आदमी की लड़ाई लड़ते देखे गए हैं । उनके साथ युवाओं की एक लंबी फौज चलती है तो वह लगातार क्षेत्र में सक्रिय भी रहते हैं । जनता के सुख-दुख के कार्यक्रम में पर हमेशा शरीक होते हैं । पार्टी संजय सिंह यादव को मौका तो दे दे लेकिन जौरा विधानसभा सीट में उनकी पार्टी के ही नेता उनका विरोध करते देखे गए हैं , कारण साफ है कि संजय सिंह यादव का निवास ग्वालियर में हैं तो वे मूलतः भितरवार विधानसभा सीट से ताल्लुक रखते हैं । ऐसे में जौरा विधानसभा सीट के कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि यदि बाहरी नेताओं को पार्टी यहां से मौका देगी तो पार्टी को अपनी मेहनत के पसीने से सींचने वाले क्षेत्रीय नेता क्या करेंगे । इसके अलावा एक कारण और है जो संजय सिंह के लिए टिकट में बाधा बन जाता है । कहा जाता है कि किसी से संबंधित होना कभी-कभी लाभदायक होता है तो कभी-कभी नुकसान भी पहुंचा देता है शायद यही संजय सिंह यादव के साथ है ।
आपको बता दें कि संजय सिंह यादव भितरवार विधानसभा सीट से विधायक और कमलनाथ सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री लाखन सिंह यादव के भतीजे हैं । ऐसे में पार्टी चाचा और भतीजे में से किसी एक को ही टिकट दे सकती है । चाचा लाखन सिंह यादव किसी भी सूरत में टिकट छोड़ना नहीं चाहेंगे, ऐसे में संजय सिंह यादव को अभी इंतजार करना पड़ सकता है लेकिन यह राजनीति है यहां सब कुछ संभव है, तो अभी यह कहना थोड़ी जल्दबाजी होगी कि संजय सिंह को टिकट नहीं मिलेगा । उनकी लोकप्रियता और बढ़ते जनाधार को देखकर पार्टी उन्हें मौका दे सकती है ।

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