पोहरी : हाशिए पर चल रही कांग्रेस नेताओं का भाजपा से लगाव क्यों..

पोहरी : 15 साल का वनवास पूरा करके जैसे तैसे कांग्रेस 2018 में सत्ता में वापस लौटी थी लेकिन अपनी मनमानी के चलते और कुछ नेताओं को किनारे रखने के कारण 2020 तक आते-आते सत्ता से बेदखल हो गए । सत्ता से बेदखल क्या हुए, कांग्रेस तो राजनीति से ही बेदखल सी नजर आती है । फिलहाल आज बात पोहरी विधानसभा क्षेत्र की करते हैं । जहां कांग्रेस के पास अपनी पार्टी का झंडा और डंडा उठाने के लिए ना तो कार्यकर्ता है और ना ही नेता । जो कुछ बचे हैं उनके लिए तो बस यही कह सकते हैं कि चार बच गए लेकिन पार्टी अभी बाकी है । अब लगता है कि इन चार का भी पार्टी से मोहभंग हो रहा है । राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि ऐसी क्या मजबूरी है कि कांग्रेस के पदाधिकारी भारतीय जनता पार्टी के कार्यक्रमों में देखे जा रहे हैं । क्या कोई मजबूरी के चलते वे भाजपा के कार्यक्रमों में शामिल होते हैं या फिर उनका दिल भाजपा से लग गया है ।
ये है मामला
मामला पोहरी विधानसभा क्षेत्र को लेकर है, यहां कांग्रेस के 2018 में बने विधायक सुरेश धाकड़ ने सिंधिया के साथ भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली थी । उसके बाद वे भाजपा की ओर से उपचुनाव में विधायक बने और अब शिवराज सरकार में राज्य मंत्री भी हैं । सुरेश धाकड़ के भाजपा में शामिल होने के बाद तमाम बड़े कांग्रेस नेता भी भाजपा में चले गए । पोहरी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के पास इक्का-दुक्का ही कार्यकर्ता और नेता बचे । अब इन नेताओं को भी आए दिन भाजपा के कार्यक्रमों में देखा जा रहा है । इसको देखते हुए लग रहा है कि हाशिए पर चल रही कांग्रेस और पूरी तरह खत्म होने की कगार पर है ।
दरअसल बीते दिनों पोहरी के पूर्व विधायक प्रहलाद भारती को सरकार ने पाठ्य पुस्तक निगम में उपाध्यक्ष बनाकर राज्यमंत्री का दर्जा दिया था । प्रहलाद भारती राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त करने के बाद पहली बार अपने विधानसभा क्षेत्र में जन आभार कार्यक्रम के लिए आए थे, उस समय पोहरी में एक कार्यक्रम में युवा कांग्रेस पोहरी के ब्लॉक अध्यक्ष को पूर्व विधायक का स्वागत करते हुए देखा गया । उनके इस काम से पार्टी की अनुशासनहीनता होने के बाद भी उन पर कोई कार्यवाही नहीं की गई । इसके बाद अब बैराड़ में भारतीय जनता पार्टी शिवपुरी के जिला उपाध्यक्ष दिलीप मुद्गल का कार्यक्रम हुआ तो उस समय बैराड़ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष को भी न केवल देखा गया बल्कि मंच से माइक पर भाजपा और भाजपा नेताओं के कसीदे सुनाते हुए भी सुना गया । अब सवाल है कि आखिर कांग्रेस नेता भाजपा से इतना लगाव क्यों रख रहे हैं । क्या पार्टी इन पर कार्यवाही करेगी या फिर सब यूं ही चलता रहेगा ।

Subscribe to my channel


