राजनीति के गलियारों से : लड़की पढ़ भी सकती है और लड़ भी सकती है

विशेष : उत्तरप्रदेश सहित देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं । सत्ताधारी पार्टी फिर से सत्ता में वापिस लौटना चाहती हैं तो मुख्य विपक्षी दल सत्ता के लिए कुछ भी करने को तैयार है । उत्तरप्रदेश में कांग्रेस की कमान प्रियंका वाड्रा के हाथ में है और वे न केवल चुनाव लड़ा रही हैं बल्कि जमीन पर लड़ रही हैं । उत्तरप्रदेश में महिलाओं को आगे बढ़ाने और लड़कियों को जोड़ने के लिए “लड़की हूँ लड़ सकती हूँ” का केम्पेन चलाया गया, बड़ी संख्या में लड़कियां जुड़ रही हैं । इसी तर्ज पर मध्यप्रदेश महिला कांग्रेस ने भी मकर संक्रांति के सुअवसर से लड़की हूँ लड़ सकती हूँ अभियान चलाया । कांग्रेस के इस अभियान पर भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने तंज कसते हुए कहा था कि प्रियंका के बच्चे बड़े हो गए हैं अब उनको महिला बन जाना चाहिए । वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी कहा कि एमपी में बेटी हूं पढ़ सकती हूं कैंपेन चल रहा है.. बीजेपी बेटियों को पढ़ाने में भरोसा करती है, लड़ाने में नहीं ।
यूपी की सियासी हवा एमपी का रूख करने लगी है… यूपी में कांग्रेस के लड़की हूं लड़ सकती हूं कैंपेन को देखते हुए एमपी बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा के बयान पर युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव ग्वालियर के मितेन्द्र दर्शन सिंह ने अपने फेसबुक पर वीडियो जारी कर कहा कि बेटी पढ़ेगी लेकिन उसको रोजगार भाजपा सरकार दे नहीं रही है तब वह अपने अधिकारों के लिए, रोजगार के लिए और अपने पर हो रहे अत्याचार के लिए लड़ेगी और जीतेगी भी ।

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