नगर निगम लास्ट ठेले वाले मस्त, पब्लिक हो रही है परेशान

ग्वालियर ( आकाश कुशवाह ) : जहां एक तरफ स्मार्ट सिटी योजना के तहत ग्वालियर शहर को साफ सफाई अभियान के अंतर्गत स्मार्ट लुक देने की कसरत की जा रही है वहीं एक तरफ ग्वालियर शहर के मुख्य मार्गों पर हाथ ठेला का जमावड़ा खड़ा होकर दिन भर जाम की स्थिति बना रहा है जिसके चलते ग्वालियर शहर की पब्लिक को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है हालांकि प्रशासन द्वारा ठेला लगने के लिए करोड़ों रुपए की राशि खर्च कर दर्जनों हॉकर्स जोन का निर्माण किया गया है लेकिन हॉकर्स जोन में ठेले वाले जाने का नाम नहीं ले रहे हालांकि यह जिम्मेदारी नगर निगम की है की सभी ठेले वालों को उनकी स्थाई जगह हॉकर्स जोन में पहुंचाया जाए लेकिन नगर निगम ऐसा ना करते हुए ठेले वालों को शहर के किसी भी मुख्य मार्गों पर खड़ा होने की सहमति दे देती है
रोड़ पर लगे हाथ ठेला बने कमाई का जरिया
ग्वालियर शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए शासन द्वारा करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं लेकिन रोड़ पर लगे हाथ ठेले नगर निगम तथा पुलिस के लिए कमाई का जरिया बन चुके हैं ना ही नगर निगम और ना ही पुलिस विभाग इन ठेला को रोड से हटाकर हॉकर्स जोन में पहुंचाने की कोशिश कर रहा है वह तो इन ठेला से अवैध वसूली कर अपनी जेब भरने में व्यस्त है
प्राप्त जानकारी के मुताबिक पुलिस वं नगर निगम की सांठगांठ से हाथ ठेला कारोबारी ग्वालियर शहर के मुख्य मार्गो पर खड़े होकर अपने कारोबार करते नजर आएंगे इतना ही नहीं ग्वालियर शहर में लगने वाले हाथ ठेला से नगर निगम तो वसूली करता ही है लेकिन थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बीट प्रभारियों ने अपने पाले हुए प्राइवेट कटार द्वारा हाथ ठेला और फड़ लगने वालों से वसूली करने के लिए प्राइवेट कटर के सहारे अपनी जेब भरने का काम करने में हमेशा व्यस्त रहते हैं ग्वालियर शहर के मुख्य मार्गों पर लगने वाले ठेले से 50 से लेकर ₹100 तक प्रति दिन के हिसाब से नगर निगम और पुलिस के पाले हुए प्राइवेट कटर द्वारा वसूले जाते हैं

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