ग्वालियर स्मार्ट सिटी में लगता यातायात का जाम
नगर निगम और पुलिस प्रशासन का संरक्षण प्राप्त तो जमकर उड़ाएंगे कोर्ट के आदेशों की धज्जियां

ग्वालियर ( आकाश कुशवाहा ) । ग्वालियर शहर का हृदय स्थल महाराज बाड़ा पर अवैध अतिक्रमण के कारण काफी लंबे समय से जाम की स्थिति बनी हुई है जिससे कि ग्वालियर शहर के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है । ग्वालियर नगर निगम प्रशासन की लापरवाही के कारण लोगों को घंटों तक लंबे जाम में खड़ा होना पड़ता है । नगर निगम और पुलिस प्रशासन अगर इस ओर ध्यान दें तो जाम की स्थिति बिल्कुल नहीं बनेगी महाराज बाड़े पर नगर निगम ऑफिस होने के बाद भी अवैध अतिक्रमण हटाने में नगर निगम की दिलचस्पी नहीं है या फिर नगर निगम प्रशासन की मेहरबानी से अवैध अतिक्रमण किया जाता है । पुलिस प्रशासन और नगर निगम के कर्मचारियों की ड्यूटी महाराज बाड़े पर लगाई जाती है उसके बाद भी नगर निगम और पुलिस कर्मचारी कहां चले जाते हैं । जब तक जाम की स्थिति बन जाती है तो उन्हें पता ही नहीं लगता महाराज बाड़े पर वाहनों को आने के लिए कई रास्ते हैं हर चौराहे पर पुलिस पॉइंट तैनात रहता है उसके बाद भी कैसे लग जाता है । जाम क्यों नहीं हटाते नगर निगम प्रशासन अवैध अतिक्रमण को महाराज बाड़े से नगर निगम प्रशासन की मेहरबानी से ही किया जाता है महाराज बाड़े पर अवैध अतिक्रमण प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा अवैध अतिक्रमण करने वाले फुटपाथ दुकानदारों से लेन-देन का वीडियो भी वायरल हो चुका है कुछ समय पहले अवैध अतिक्रमण महाराज बाड़े पर करने के लिए नगर निगम से लेनदेन का काम करके आप महाराज बाड़े पर अवैध अतिक्रमण कर सकते हैं। नगर निगम और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का इस ओर ध्यान नहीं है या फिर नगर निगम और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की मेहरबानी से ही नगर निगम और पुलिस कर्मचारियों द्वारा लेनदेन का काम किया जाता है । ग्वालियर शहर का हृदय स्थल महाराज बाड़े की किसी भी मार्केट में कोई घटना घटित होती है तो एंबुलेंस और फायर विकेट जैसे वाहनों को अवैध अतिक्रमण के कारण पहुंचने में काफी लंबा समय लग जाएगा । जिससे की घटना दुर्घटना बढ़ सकती है हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी नगर निगम और पुलिस प्रशासन अवैध अतिक्रमण की ओर ध्यान नहीं दे रहा अवैध अतिक्रमण के चलते हैं ग्वालियर शहर के हृदय स्थल महाराज बाड़े कि किसी भी मार्केट में हादसा होता है । तो उसका जिम्मेदार कौन होगा नगर निगम या फिर पुलिस प्रशासन नगर निगम और पुलिस प्रशासन का ग्वालियर स्मार्ट सिटी की ओर नहीं है ध्यान नगर निगम और पुलिस प्रशासन अगर ग्वालियर स्मार्ट सिटी की ओर ध्यान दें तो ग्वालियर शहर का ह्रदय स्थल महाराज बाड़े पर ऐसा नजारा देखने को नहीं मिलेगा पुलिस और नगर निगम प्रशासन क्यों नहीं हटा रहा है। अवैध अतिक्रमण क्या अवैध अतिक्रमण हटने से नगर निगम और पुलिस प्रशासन की अवैध कमाई बंद हो सकती है इसलिए नगर निगम और पुलिस प्रशासन द्वारा अवैध अतिक्रमण नहीं हटाया जा रहा है । हाईकोर्ट के आदेश की उड़ाई धज्जियां
ग्वालियर शहर को अवैध अतिक्रमण मुक्त कराने के आदेश बीते दिनों हाईकोर्ट ने आदेश दिए थे उसके बावजूद भी नगर निगम और पुलिस प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं ग्वालियर शहर का हृदय स्थल महाराज बाड़े से अवैध अतिक्रमण नहीं हटाया गया ।
ग्वालियर स्मार्ट सिटी मैं लगे हाथ ठेला बने कमाई का जरिया
ग्वालियर शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए शासन द्वारा करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं , लेकिन रोड़ पर लगे हाथ ठेले नगर निगम और पुलिस प्रशासन के लिए कमाई का जरिया बन चुके हैं ना ही नगर निगम और ना ही पुलिस प्रशासन । इन ठेला को रोड से हटाकर हॉकर्स जोन में पहुंचाने की कोशिश कर रहा है वह तो इन ठेला से अवैध वसूली कर अपनी जेब भरने में व्यस्त है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस वं नगर निगम की सांठगांठ से महाराज बाड़े पर ठेला कारोबारी ग्वालियर शहर महाराज बाड़े के मुख्य मार्गो पर खड़े होकर अपने कारोबार करते नजर आएंगे इतना ही नहीं ग्वालियर शहर में लगने वाले हाथ ठेला से नगर निगम तो वसूली करता ही है लेकिन थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बीट प्रभारियों ने अपने प्राइवेट कटार द्वारा हाथ ठेला और फुटपाथ लगने वालों से अवैध वसूली करने के लिए प्राइवेट कटर के सहारे अपनी जेब भरने का काम करने में हमेशा व्यस्त रहते हैं ग्वालियर शहर के मुख्य मार्गों पर लगने वाले ठेले से 50 से लेकर ₹100 तक प्रति दिन के हिसाब से नगर निगम और पुलिस प्रशासन के पाले हुए प्राइवेट कटर द्वारा वसूले जाते हैं ।

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