गांधीजी के स्मारक को दर्शनीय स्थल के रूप में विकसित करने से भावी पीढ़ी प्रेरित होगी – सुश्री पुष्पा दीदी

बड़वानी : कुकरा बसाहट राजघाट देश में एकमात्र ऐसा स्थान है जहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, कस्तूरबा गांधी एवं महादेव भाई देसाई तीनों की अस्थि भस्म यहां स्थापित है। यह बड़वानी जिले के लिए गौरव की बात है की इस त्रिवेणी संगम पर हम सर्वोदय एवं समरसता का प्रतीक गांधी जी के श्राद्ध पर श्रद्धा सुमन मिलजुलकर कर रहे है।
उक्त बातें गांधीवादी एवं कस्तूरबा वनवासी कन्या आश्रम की संचालक सुश्री पुष्पा सिन्हा ने गांधी स्मारक कुकरा बसाहट में कहीं। यह कार्यक्रम प्रति वर्ष 12 फरवरी को जिला प्रशासन के समन्वय एवं कस्तूरबा वनवासी कन्या आश्रम तथा आशाग्राम ट्रस्ट की सहभागिता एवं नगर पालिका परिषद बड़वानी के समन्वय से आयोजित होता है।
सर्वप्रथम प्रातः गांधी स्मारक पर कलेक्टर श्री शिवराज सिंह वर्मा ने पहुंच कर बापू को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। बापू को पुष्पांजलि अर्पित करने में एडीएम श्रीमती रेखा राठौर, एसडीएम श्री घनश्याम धनगर, आशाग्राम ट्रस्ट के सचिव डॉ शिवनारायण यादव, नगर पालिका अध्यक्ष श्री लक्ष्मणसिंह चैहान, मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री कुशलसिंह डोडवे सहित कस्तूरबा वनवासी कन्या आश्रम के पुष्पा दीदी सहित आश्रम की बालिकाएं एवं गणमान्य नागरिक सम्मिलित थे । जिन्होने पुष्प अर्पण कर बापू को नमन किया। पूर्व कुलपति एवं इतिहासकार डॉ यादव ने कहा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी दूरदर्शी एवं अर्थशास्त्री के रूप में भी अपनी विशेष पहचान रखते थे, जिसके तहत उन्होंने अंग्रेजों के आर्थिक स्रोत पर प्रहार करते हुए स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने की तथा विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार के लिए सविनय अवज्ञा एवं असहयोग आंदोलन जैसे अभियान चलाएं। गांधी स्मारक पर सर्वधर्म प्रार्थना के साथ राम धुन एवं भजन की प्रस्तुति स्थानीय कलाकार श्रीमती सुनीता मोरे एवं कस्तूरबा आश्रम की दीदियों एवं बालिकाओं के द्वारा प्रस्तुत की गई ।
कार्यक्रम का संचालन उत्कृष्ट विद्यालय के शिक्षक श्री चटर्जी ने किया, इस दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रोफेसर मुजाल्दे सहित आशाग्राम ट्रस्ट के कार्यकर्ता एवं आशा इंस्टिट्यूट ऑफ नर्सिंग की छात्राएं उपस्थित थी।

Subscribe to my channel



