शासकीय महाविद्यालय बकस्वाहा छतरपुर में वर्मीकम्पोस्टिंग तकनीक पर 10 दिवसीय अल्पावधि रोजगार प्रशिक्षण संपन्न

रिपोर्ट शोभित शाह
शासकीय महाविद्यालय बकस्वाहा जिला छतरपुर में स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन योजना के अंतर्गत स्नातक अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए दिनांक 21 से 30 नवंबर तक विशेष 10 दिवसीय अल्पावधि रोजगार प्रशिक्षण वर्मीकम्पोस्टिंग तकनीक पर दिया गया जिसमें मुख्य प्रशिक्षक के रूप में; महाविद्यालय के डा० नीरज कुमार टीपीओ एवं प्रभारी प्राध्यापक जैविक खेती (वोकेशनल कोर्स) द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान सर्वप्रथम विद्यार्थियों को आवश्यक कच्चा मटेरियल जैसे गोबर, गौमूत्र, घरेलू जैविक कचरा आदि का संग्रहण कराया गया। साथ ही कृषि आधारित कचरे का भी संग्रहण करके इससे सर्वप्रथम जैविक कम्पोस्ट खाद का निर्माण कराया गया। साथ ही महत्वपूर्ण पौधे जैसे नीम आदि की पत्तियों का भी संग्रह किया गया। तत्पश्चात अब प्राकृतिक रूप से मिट्टी में उपस्थिति केंचुओं का प्रयोग करके केंचुआ खाद या वर्मीकम्पोस्ट तैयार किया जायेगा जिसका इस्तेमाल आगे सब्जियों एवं फलों की खेती में किया जायेगा। प्रशिक्षण की जानकारी देते हुए डा० नीरज कुमार, टीपीओ ने बताया कि यह रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण बिना किसी कार्यालयीन व्यय के संपन्न कराया जा रहा है जिसमें महाविद्यालय कैम्पस में विभिन्न संसाधनों को संग्रहित एवं प्रोसेसिंग करके जैविक खाद का निर्माण कराया जा रहा है जिससे छात्र एवं छात्राएँ भविष्य में आत्मनिर्भर होकर अपना स्वयं का स्टार्टअप या स्वरोजगार प्रारंभ कर सकेंगे। इस रोजगारपरक प्रशिक्षण के आयोजन पर महाविद्यालय के प्राचार्य श्री शिवम शुक्ला ने टीपीओ डा० नीरज कुमार एवं विद्यार्थियों को शुभकामनायें प्रेषित करते हुए कहा कि प्रदेश के यशस्वी उच्च शिक्षामंत्री जी के निर्देशन राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पाठ्यक्रम लागू किये गये हैं जिसमें व्यावसायिक पाठ्यक्रम के तहत जैविक खेती विषय भी शामिल किया गया है। अतः विद्यार्थियों को सैद्धांतिक जानकारी के साथ-साथ प्रायोगिक प्रशिक्षण भी प्राप्त करना आवश्यक है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी छात्र एवं छात्राएँ भारी संख्या में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं।

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