
ग्वालियर : ग्वालियर अंचल के सबसे बड़े अस्पताल और प्रदेश के प्रथम चिकित्सा महाविद्यालय से संबंधित नव निर्मित हजार बिस्तर अस्पताल को नई सौगात मिली है। ग्वालियर के लिये बड़ी खुशखबरी है। जेएएच के हजार बिस्तरीय चिकित्सालय में 972 नवीन पदों के सृजन करने की कैबिनेट ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसके लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के प्रति जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने ग्वालियरवासियों की ओर से धन्यवाद व्यक्त किया है। साथ ही चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग के प्रति भी आभार जताया है। संभाग आयुक्त श्री दीपक सिंह द्वारा हजार बिस्तर अस्पताल में मानव संसाधन की आवश्यकताओं का बारीकी से आंकलन कराया गया था। साथ ही मानव संसाधन की पूर्ति के लिये विस्तृत प्रस्ताव बनाकर राज्य शासन को भेजा था। जिसे मंगलवार को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आयोजित हुई कैबिनेट की बैठक में स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। नए पदों के सृजन से हजार बिस्तर के अस्पताल में आम आदमी को बेहतर ढंग से स्वास्थ्य सेवायें मिल सकेंगीं।
अधीक्षक डॉ आर. के. एस. के कुशल प्रशानिक नेतृत्व हो सका है संभव
कोरोन की पहली लहर में डॉ. आर के एस धाकड़ को जयारोग्य अस्पताल समूह के प्रशासनिक पद अधीक्षक एवं संयुक्त संचालक की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, महामारी के भयाभय समय में डॉ धाकड़ के कुशल प्रबंधन और सरकार के साथ सरोकार बनाकर न केवल जयारोग्य अस्पताल की व्यवस्थाओं को चुस्त दुरुस्त रखा बल्कि जयारोग्य अस्पताल में आने वाले मरीजों को जनहानि से बचाया । मेडिकल कॉलेज से संबंधित नव निर्मित हजार बिस्तर अस्पताल में मैन पावर की आवश्यकता हुई जिसके लिए अधीक्षक डॉ आर के एस धाकड़ ने लगातार शासन और प्रशासन को पत्र लिखकर मानव संसाधन उपलब्ध कराने की मांग की थी जिसको संज्ञान में लेकर सरकार ने प्रमुखता से लिया और जयारोग्य अस्पताल को 972 पदों की स्वीकृति प्रदान की , इस महत्वपूर्ण उपलब्धि में अधीक्षक डॉ धाकड़ सहित अधिष्ठाता डॉ अक्षय निगम की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही है। डॉ धाकड़ के प्रशासनिक कार्यकाल में अस्पताल की व्यवस्थाओं में बहुत कुछ सुधार हुआ तो वहीं दूसरी तरफ कई उपलब्धियां भी हासिल हुई है।

Subscribe to my channel



