भितरवार में कांग्रेस के लाखन को चुनौती देने भाजपा में रार

राजनीतिक : विधानसभा चुनाव में अभी कुछ महीनों का समय भले ही है लेकिन राजनीतिक दलों और टिकिट के दावेदारों ने राजनीत की चौसर में अपने मोहरे फिट करना शुरू कर दिए हैं । काग्रेस 2018 की तरह ही सत्ता में आना चाहती है तो सर्वे में नुकसान का अंदेशा देख रही भारतीय जनता पार्टी जिन सीटों पर लंबे अरसे से हार रही है उन सीटों को महत्त्वाकांक्षी सीट मानकर जीतने के गुणा भाग लगा रही है, इन महत्त्वाकांक्षी सीट में ग्वालियर जिले की भितरवार विधानसभा सीट का नाम भी शामिल है। भितरवार विधानसभा सीट पर पिछले 3 कार्यकाल से कांग्रेस के लाखन सिंह यादव काबिज हैं । लाखन सिंह को भितरवार विधानसभा क्षेत्र का कद्दावर नेता माना जाता है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी की कोई भी लहर लाखन सिंह के किले को नहीं ढहा पाई , यहां से 2008 में बृजेंद्र तिवारी और 2013 और 18 में पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा को भी हार का मुंह देखना पड़ा । अब इस सीट को भारतीय जनता पार्टी महत्वकांक्षी सीटों में मानकर जीतना चाहती है क्योंकि ज्योतिरादित्य सिंधिया के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद ग्वालियर अंचल में लाखन सिंह यादव का कांग्रेस पार्टी में कद और भी बड़ा है ऐसे में इस सीट को जीतकर भारतीय जनता पार्टी लाखन सिंह यादव का राजनीतिक भविष्य समाप्त करना चाहती है ।
भारतीय जनता पार्टी के दावेदारों की लंबी सूची
दो बार हार का मुंह देख चुके पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा शायद ही भितरवार विधानसभा सीट से टिकट की दावेदारी करें । वे ग्वालियर दक्षिण या पूर्व से अपनी दावेदारी जता सकते हैं, इनके अलावा बृजेंद्र तिवारी भी टिकट मांगने वालों की सूची में शामिल है । यहां पर ओबीसी वोट बैंक पूरी तरह से लाखन सिंह के पक्ष में हैं ऐसे में पार्टी नारायण सिंह कुशवाह या फिर भारत सिंह कुशवाह को भितरवार से उम्मीदवार बना सकती है लेकिन भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय कार्यकर्ता गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को भितरवार विधानसभा से उम्मीदवार के रूप में देखना चाहती है क्योंकि डबरा विधानसभा क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा परिसीमन के बाद भितरवार विधानसभा में शामिल हो गया था हालांकि डॉ नरोत्तम मिश्रा के भतीजे विवेक मिश्रा और दामाद बंटी गौतम भी टिकट की चाहत रखते हैं । इसके अलावा भाजपा के प्रदेश मंत्री लोकेंद्र पाराशर भितरवार से विधायक बनने का सपना पाल बैठे हैं । इन सबके अलावा सिंधिया समर्थकों में मोहन सिंह राठौड़ का नाम भी प्रमुखता से लिया जा रहा है ऐसी में कांग्रेस के एक लाखन सिंह को टक्कर देने के लिए भाजपा में टिकट की दौड़ में शामिल नेताओं के बीच रार मची हुई है ।

Subscribe to my channel



