अबकी बार सियासत के गणित में डिप्टी सीएम का फॉर्मूला

मतदान 17 नवंबर को हो चुका है और मतदान भी बंपर हुआ जिसने राजनीतिक दलों के दिल में कहीं खुशी कहीं गम का माहौल दे दिया है। हार जीत के गुणा भाग जारी हैं , फिलहाल भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों ही सरकार बनाने का दावा कर रही हैं तो बहुजन समाज पार्टी और आप , जयस का भी दावा है कि बिन हमारे किसी की सरकार नहीं बनेगी । किसके घर मायूसी होगी किसके घर मनेगी दिवाली ये तो 3 दिसंबर को परिणाम आने के बाद तय होगा लेकिन राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इस बार सियासत के गणित में डिप्टी सीएम का फॉर्मूला जरूर होगा । मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनावों में मतगणना के बाद सरकार किसी भी दल की बने चाहे वह भाजपा हो या कांग्रेस , लेकिन इतना तय है कि अब मध्यप्रदेश में डिप्टी सीएम के फार्मूले भी चलेंगे। इस बार दोनों ही दलों में सीएम बनने की चाहत वाले नेताओं को संतुष्ट करने के लिये यूपी , महाराष्ट्र व छत्तीसगढ की तर्ज पर डिप्टी सीएम बनाया जायेगा। ताकि सत्तारूढ पार्टी के बडे नेताओं में समन्वय रहे। यदि भाजपा की सरकार बनती है तो सीएम के अलावा दो डिप्टी सीएम बनेंगे, इसमें एक दलित वर्ग से भी पार्टी के एक बडे नेता को संतुष्ट किया जायेगा। वहीं कांग्रेस की सरकार बनती है तो ग्वालियर-चंबल अंचल के एक बडे नेता को अब डिप्टी सीएम बनाना तय है। यह नेता कमलनाथ की पिछली सरकार में भी पावरफुल मंत्री रहे थे। कुल मिलाकर दोनों ही पार्टियां अब अंदर ही अंदर नाराजगी रोकने के लिये डिप्टी सीएम के फार्मूले पर काम कर रही है।

Subscribe to my channel



