बुधनी उपचुनाव : बीजेपी में उम्मीदवार को लेकर असंतोष! शिवराजसिंह की बुधनी की बैठक में नहीं पहुंचे दो बड़े नेता

मध्यप्रदेश में बीजेपी में विधानसभा उपचुनावों में उम्मीदवारी को लेकर असंतोष की सुगबुगाहटें हैं। इन बातों को तब बल मिला जब केंद्रीय मंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा बुधनी विधानसभा की चुनावी तैयारियों के लिए बुलाई बैठक में इलाके के दो बड़े नेता शामिल ही नहीं हुए। दोनों नेता उपचुनाव में बुधनी विधानसभा के लिए दावेदार थे लेकिन पार्टी ने पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव को टिकट दे दी। हालांकि बैठक में दोनों वरिष्ठ नेताओं की अनुपस्थिति पर स्पष्टीकरण देते हुए बीजेपी ने कहा कि नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है। दोनों नेता पार्टी के प्रति समर्पित हैं और चुनाव में प्रत्याशी के पक्ष में काम भी करेंगे।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराजसिंह चौहान ने सोमवार को बुधनी विधानसभा उपचुनाव के लिए बैठक बुलाई। भोपाल आवास पर बुलाई गई इस बैठक में बुधनी विधानसभा इलाके के दो वरिष्ठ नेता गुरु प्रसाद शर्मा और राजेंद्र सिंह राजपूत नहीं पहुंचे। शर्मा जहां वन विकास निगम के अध्यक्ष रह चुके हैं वहीं राजपूत बुधनी के विधायक रह चुके हैं।
बुधनी उपचुनाव की इस अहम बैठक में इलाके के दो कद्दावर नेताओं की गैरमौजूदगी चर्चा का विषय बन गई। खास बात यह है कि ये दोनों नेता- गुरु प्रसाद शर्मा और राजेंद्र सिंह राजपूत, बुधनी उपचुनाव में पार्टी के संभावित प्रत्याशी के तौर पर भी देखे जा रहे थे। दोनों नेता, शिवराजसिंह चौहान के बेहद विश्वस्त भी माने जाते हैं। यही कारण है कि खुद शिवराजसिंह द्वारा बुलाई गई बैठक में उनके करीबी गुरु प्रसाद शर्मा और राजेंद्र सिंह राजपूत का न आना लोगों को खटक गया।
दोनों वरिष्ठ नेताओं के बैठक में शामिल न होने पर बीजेपी नेताओं ने स्पष्टीकरण भी दिया। बीजेपी ने कहा कि पार्टी में टिकट पर कोई असंतोष नहीं है। बुधनी के बीजेपी प्रत्याशी रमाकांत भार्गव ने कहा कि गुरु प्रसाद शर्मा और राजेंद्रसिंह व्यक्तिगत कारणों से नहीं आ सके, इसमें नाराजगी जैसी कोई बात ही नहीं है। नामांकन के समय सभी उपस्थित रहेंगे। रमाकांत भार्गव के अनुसार गुरु प्रसाद शर्मा सलकनपुर में हुई बैठक में शामिल हुए थे। पूर्व विधायक राजेंद्र राजपूत कहीं बाहर गए हैं पर 25 अक्टूबर को नामांकन पत्र दाखिल करते वक्त वे भी साथ रहेंगे। इधर गुरु प्रसाद शर्मा ने बाद में बताया कि उनकी तबियत खराब हो जाने की वजह से वे बुधनी की बैठक में शामिल होने भोपाल नहीं आ सके।

Subscribe to my channel



