म.प्र. में कोविड-19 वैक्सीनेशन में भी आगे रहा है जनजातीय समुदाय

प्रदेश में कोरोना से बचाव के लिए लगातार संचालित किये जा रहे कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान के परिणामस्वरूप मध्यप्रदेश अन्य प्रांतों से वैक्सीनेशन में अग्रणी बना हुआ है। इसी क्रम में प्रदेश के जनजातीय बहुल जिला, विकासखण्ड और ग्रामों में भी स्थानीय लोगों ने वैक्सीन लगवाने में बढ़-चढ़ कर भागीदारी कर जागरूकता का परिचय दिया है।
मध्यप्रदेश के जनजातीय बहुल जिलों में अब तक 2 करोड़ 37 लाख वैक्सीन की डोज़ लगाई जा चुकी है। इनमें से 5 जिलों में 95 प्रतिशत से अधिक प्रथम डोज़ वैक्सीनेशन किया जा चुका है। वैक्सीन के दूसरे डोज़ का प्रतिशत भी औसतन 40 प्रतिशत है। इसी प्रकार 89 जनजातीय विकासखंडों में से 10 विकासखंडों में शत-प्रतिशत प्रथम डोज़ वैक्सीनेशन हो गया है। इसके अलावा 49 जनजातीय विकासखंडों में प्रथम डोज़ वैक्सीनेशन 90 प्रतिशत से अधिक है।
अभियान के शुरूआती दिनों में भ्रांतियों एवं अविश्वास को स्थानीय इन्फ्लुएंसर्स, क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सक्रिय सहयोग, धर्म गुरुओं, एनजीओ, मीडिया इत्यादि के सहयोग से दूर किया गया।
जून माह के अंतिम सप्ताह में “मन की बात” कार्यक्रम में माननीय प्रधानमंत्री द्वारा बैतूल जिले के भीमपुर विकासखंड के ग्राम डुलारिया के नागरिकों से संवाद किया गया था, जो भ्रांतियाँ दूर करने में सहायक रहा।
स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा फलिया-फलिया में जाकर जनजातीय समुदाय के घरों के निकट भी सत्र लगाकर वैक्सीनेशन करने से कोविड-19 के टीके अधिक मात्रा में लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त अन्य सामाजिक संगठनों, जन-प्रतिनिधियों और धर्म गुरुओं के माध्यम से भी कोविड-19 वैक्सीनेशन हेतु जनजातीय समुदाय को प्रोत्साहित किया गया।

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