कैलारस में डिटर्जेंट से बना रहे थे दूध

दीपावली के त्यौहार के नजदीक आते ही शहर में नकली माल की बिक्री शुरू हो गई है, एक तरफ बिजली की झालर से लेकर दीपक भी चायना मार्केट से आयातित कर लिए गए हैं, इसके अलावा सबसे अधिक मिलावट खाद्य पदार्थों में देखने को मिल रही है, जिले में लगातार नकली दूध और दूध से बने पदार्थों की अवैध रूप से बिक्री चालू है, कई बार प्रशासन के समक्ष मामले सामने आए हैं । एक बार फिर मुरैना के कैलारस में खाद्य विभाग और पुलिस की टीम ने नकली दूध बनाने की फैक्ट्री पर छापामार कार्रवाई की है। बता दें कि जिस वक्त छापा मारा गया उस समय फैक्ट्री के अन्दर डेढ़ सौ लीटर नकली दूध बनाने का घोल रखा हुआ था। उस घोल से करीब सौ लीटर से अधिक नकली दूध बनाने के लिए तैयार किया गया था। खाद्य विभाग और पुलिस की टीम को देखकर फैक्ट्री में काम कर रहे लोगों में भगदड़ मच गई और वे भाग गए। मौके पर अधिकारियों को दो सगे भाई मिल गए जो फैक्ट्री का कामकाज संभाल रहे थे। पुलिस ने दोनों के खिलाफ सबलगढ़ थाने में मामला दर्ज करा दिया है।दीपावली का त्योहार आते ही जिले में नकली मावा, पनीर व दूध का कोराबार तेजी से बढ़ रहा है।
छापामार कार्रवाई में सबसे बड़ी बात जो सामने आई है कि नकली दूध बनाने में डिटर्जेंट पाउडर का उपयोग किया जा रहा है जो कि स्वास्थय के लिए बहुत ही हानिकारक होता है। टीम को मौके से 15 टीन आरएम केमिकल के मिले है। यह दूध इसी केमीकल से बनाया जा रहा था। इसके अलावा मिल्क पाउडर भी मिला है जो दूध में मिलाया जाता था। इसके साथ ही रिफाइंड के भी लगभग दर्जन भर से अधिक टीन मिले हैं। दूध बनाने में रिफाइंड भी मिलाया जाता था। इस प्रकार दूध में आरएम केमीकल, डिटर्जेंट पाउडर, रिफाइंड तथा मिल्क पाउडर मिलाकर नकली दूध तैयार किया जाता था। रुप सिंह कुशवाह व राजेन्द्र सिंह कुशवाह है, यह दोनों सगे भाई हैं। इनकी कैलारस में डेयरी है जिसका लायसेंस भी इनके पास है। इसके अलावा घर में यह मिलावटी दूध बनाते थे जिसे यह डेयरी पर ले जाकर बेच देते थे। खाद्य सुरक्षा अधिकारी धर्मेन्द्र जैन ने बताया कि डेयरी के संचालक दोनों सगे भाइयों के खिलाफ कैलारस थाना में मिलावट करने के साथ-साथ धारा 420 के तहत मामला दर्ज करा दिया गया है, वहीं दूध के सैंपल भी लिए गए है।

Subscribe to my channel



