सावधान ! आप खुद तय करें किधर जाना है, नगर निगम नींद में है

कहने को तो ग्वालियर स्मार्ट सिटी योजना में शामिल हो गया है और शासन और प्रशासन मिलकर ग्वालियर को स्मार्ट बनाने के लिए सरकारी खजाने को पानी की तरह बहा रहा है लेकिन ग्वालियर स्मार्ट बनने का नाम नहीं ले रहा है । एक तरफ ग्वालियर स्वच्छता के मामले में लगातार रैंकिंग में नीचे गिरता जा रहा है, अब नगर निगम ग्वालियर इंदौर शहर और वहाँ के प्रशासन से स्वच्छता के गुर सिख कर आया है तो कोशिश में है कि ग्वालियर भी स्वच्छता में अव्वल आए लेकिन प्रशासन की सुस्ती शायद ही लक्ष्य को प्राप्त कर सके ।
शहर में नगर निगम के द्वारा मुख्य चौराहों पर दिशा निर्देश बोर्ड लगाए जाते हैं ताकि बाहर से आने वाले आंगुतकों को पता चल सके कि उनके पड़ाव का रास्ता किस तरफ जाता है लेकिन नगर निगम की कुम्भकर्णी नींद के चलते अब दिशा निर्देश बोर्ड़ पर कोचिंग सेंटर और नेताओ के हॉर्डिंग ने कब्जा कर लिया है इसलिए आप खुद तय करें कि आपको किस तरफ जाना है क्योंकि गलत दिशा में पहुंचने के लिए नगर निगम प्रशासन जिम्मेदार नहीं है । अवैध होर्डिंग के नाम पर नगर निगम प्रशासन इक्का दुक्का लोगों पर कार्यवाही कर अपनी पीठ खुद ही थपथपा कर शाबासी लूटने में माहिर है । इन बोर्ड़ पर कब्जा तब है जबकि नगर निगम प्रशासन स्वच्छ ग्वालियर का सपना पाले बैठा है जबकि प्रचार प्रसार के लिए अलग से स्थान तय है और विज्ञापन एजेंसी बाकायदा नगर निगम को लाखों रुपए टैक्स के रूप में दे रहा है फर कौन है जो अवैध होर्डिंग लगाने की अनुमति प्रदान कर रहा है और यदि नगर निगम ने अनुमति नहीं दी है तो फिर इन पर कार्यवाही कौन और कब करेगा ।

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