सहरिया आदिवासियों को बांटी गईं भैंस और गाय
मुख्यमंत्री दुधारू गाय प्रदाय योजना के हितग्राहियों को दी गई दुधारू गाय व भैंस

शिवपुरी : शिवपुरी जिले में सहरिया आदिवासियों के लिए मुख्यमंत्री दुधारू गाय प्रदाय योजना की शुरूआत की गई है। इस योजना के तहत पशु पालन विभाग ने सहरिया आदिवासी हितग्राहियों के लिए इस योजना के तहत भैंस व गाय का वितरण हितग्राहियों के लिए किया। वितरण कार्यक्रम में मप्र पाठ्य पुस्तक निगम के उपाध्यक्ष राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त प्रहलाद भारती और भाजपा जिलाध्यक्ष राजू बाथम की मौजूदगी में किया गया। इस मौके पर मप्र पाठ्य पुस्तक निगम के उपाध्यक्ष राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त प्रहलाद भारती ने कहा कि जिले के आदिवासी भाईयों के लिए यह योजना मप्र की सरकार ने शुरू की है। इस योजना के जरिए सहरिया आदिवासी परिवारों को आर्थिक रूप से मजबूत करना है। उन्होंने आदिवासी भाईयों से इस योजना का लाभ उठाने की अपील की।
कार्यक्रम मेें मौजूद भाजपा जिलाध्यक्ष राजू बाथम ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य दुग्ध उत्पादन और पशुओं की दुग्ध उत्पादक क्षमता में वृद्धि, रोजगार के नवीन अवसर द्वारा हितग्राहियों की आर्थिक स्थिति में सुधार और उच्च उत्पादक क्षमता के गौ-भैंस वंशीय पशुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। उन्होंने आदिवासी भाईयों से अपील की कि वह योजना का लाभ लें। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की मंशा है कि हर वर्ग का विकास हो। यही सुनिश्चित करते हुए हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए योजनाएं बनाई जा रही हैं।
कार्यक्रम में पशुपालन विभाग के उप संचालक एमपी तामौरी, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ गायत्री कश्यप, डॉ दीपांशु गुप्ता सहित विभाग के अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे। इस मौके पर 34 हितग्राहियों को भैंस/गाय का वितरण किया गया।
शिवपुरी की पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ गायत्री कश्यप ने बताया कि मुख्यमंत्री दुधारू गाय प्रदाय योजना के तहत शिवपुरी जिले में सहरिया आदिवासियों को भैंस बांटने का क्रम शुरू हो चुका है। अभी तक 140 हितग्राहियों को चिन्हित किया गया है और इसमें से 98 आदिवासी परिवारों को भैंस व गाय दे दी गई हैं। योजना के तहत सहरिया आदिवासियों को चिन्हित करके इसका लाभ दिलाया जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया है कि मुख्यमंत्री दुधारू गाय प्रदाय कार्यक्रम योजना में आदिवासी परिवार को दुधारू पशु गाय अथवा भैंस दी जाना है इसमें 90 प्रतिशत अनुदान सरकार के द्वारा दिया जाएगा। शेष 10 प्रतिशत अनुदान हितग्राही को देना है। करीब 2 लाख 40 हजार रुपए की इस योजना के तहत मात्र 24 हजार रुपए की राशि आदिवासी परिवार को देना है। इसके अलावा इस योजना के तहत सभी पशुओं का बीमा होगा। हितग्राही के दूध का क्रय दुग्ध समितियों द्वारा किया जाएगा। इस योजना में विशेष पिछड़ी जनजाति जैसे बैगा के साथ सहरिया और भारिया जनजाति को इसका लाभ दिया जा रहा है।


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