गुना लोकसभा : दूध का जला छांछ को फूंक फूंक कर पी रहे हैं…

राजनीतिक : एक कहावत सब ने बहुत अच्छे से सुनी है कि दूध का जला छाछ को भी फूंक फूंक कर पीता है और यह कहावत आज के समय में गुना लोकसभा क्षेत्र के लिए सटीक साबित हो रही है । दरअसल पूरे देश भर में लोकसभा चुनाव चल रहे हैं और तीसरे चरण का मतदान 7 मई को होना है ,मध्य प्रदेश की गुना शिवपुरी लोकसभा सीट हॉट सीट मानी जाती है क्योंकि यहां हमेशा से ही सिंधिया परिवार का सदस्य चुनाव लड़ता रहा है और न केवल चुनाव लड़ता रहा है बल्कि जीतता भी रहा है जिसमें 2019 का लोकसभा चुनाव अपवाद बन गया । 2019 में ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के उम्मीदवार थे और भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के ही कार्यकर्ता डॉक्टर के पी यादव को टिकट देकर सिंधिया को घेर लिया ,नतीजा यह हुआ कि ज्योतिरादित्य सिंधिया लगभग एक लाख से अधिक वोटो से यादव से चुनाव हार गए । इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस को बाय-बाय कह दिया और भाजपा का दामन थाम लिया और केंद्र में मंत्री बन गए । अब एक बार फिर 2024 में चुनावी रण भेरी बज चुकी है , दो चरण का मतदान भी हो गया है लेकिन गुना लोकसभा सीट पर भाजपा के प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया यही अपने क्षेत्र में सिमट कर रह गई हैं ।दरअसल कांग्रेस ने यहां से भारतीय जनता पार्टी से दो बार विधायक रहे देशराज सिंह यादव के बेटे और राजनीतिक प्रभाव रखने वाले राव परिवार के सदस्य यादवेंद्र सिंह यादव को चुनावी मैदान में उतार दिया है ।
गुना लोकसभा सीट पर यादव और किरार समाज का वोट बैंक बहुलता में है और यही कारण है कि इस बार कांग्रेस ने यादव को टिकट देकर ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपने क्षेत्र में ही घेर लिया । स्टार प्रचारक होने के बाद भी ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने क्षेत्र से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं केवल ज्योतिरादित्य सिंधिया ही नहीं बल्कि उनकी पत्नी प्रियदर्शनी राजे और पुत्र महान आर्यमन सिंधिया गांव-गांव और आंगन आंगन तक पहुंच कर जनसंपर्क कर रहे हैं । राजनीति के जानकार बताते हैं कि गुना लोकसभा सीट पर मुकाबला कांटे का बताया जा रहा है इसीलिए इस बार ना तो भाजपा और ना ही ज्योतिरादित्य सिंधिया कोई रिस्क लेना चाहते हैं , फायर ब्रांड नेता होने के बाद भी ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपने परिवार को गांव की गलियों में उतारना पड़ रहा है । इतना ही नहीं सूबे के मुख्यमंत्री से लेकर राजनीति के चाणक्य माने जाने वाले अमित शाह भी ज्योतिरादित्य सिंधिया का प्रचार कर चुके हैं अब अभी भी ज्योतिरादित्य सिंधिया आशंकाओं से भरे दिखाई देते हैं तभी तो जैसे-जैसे चुनाव नहीं दिखाई जा रहा है वैसे ही पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की जनसभाएं और रोड शो कर रहे हैं।



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