खंडवा उपचुनाव : चिटनीस के रास्ते खुले हुए

खंडवा संसदीय क्षेत्र से दूसरा बड़ा नाम है अर्चना चिटनीस जो मप्र की सरकार में मंत्री रह चुकीं हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में वे हारीं थी और सवाल उठे थे। वे नंदू चौहान के विरोधी गुट की मानी जाती है और इस चुनाव में दावेदारी भी की थी। पाटिल के साथ वे भी पूरे मन से नहीं थीं लेकिन उनको इस बात की राहत थी कि चौहान का टिकट न हुआ। दूसरा यह भी कहा जा रहा है कि पाटिल आगामी विधानसभा चुनाव में दावेदारी कर सकते हैं, लिहाजा इस चुनाव ने चिटनीस के लिए आगे की राह आसान कर दी है।
हालांकि सूत्रों का कहना है कि सीएम शिवराज से उनकी पटरी नहीं बैठती इस कारण शिवराज नहीं चाहते थे कि चिटनीस का टिकट हो। यही मूल वजह रही कि चिटनीस और चौहान की लड़ाई के बीच पाटिल टिकट ले आए। कहा जाता है कि चिटनीस की संघ में पकड़ है और शिवराज विरोधी नेताओं से नजदीकियां है इसलिए उनके लिए राजनीतिक रास्ते अभी खुले हुए हैं। आगामी सालों में विधानसभा चुनाव होने हैं और चिटनीस के पास टिकट का मौका है। ऐसे में पाटिल के सांसद बनने से चिटनीस के राजनीतिक जीवन को ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा।

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