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इस सीट पर किसी दल का नहीं बल्कि जातिगत समीकरण है प्रभावी

मुरैना : सुमावली विधानसभा क्षेत्र का परिसीमन साल 1977 में हुआ था । इस सीट से सबसे पहले निर्वाचित सदस्य तब तत्कालीन जनता पार्टी से जाहर सिंह शर्मा के रूप में जनता ने चुना । इस चुनाव में वे भारी बहुमत से विजयी होकर क्षेत्र के पहले विधायक बने थे ।
मध्य प्रदेश के चंबल क्षेत्र और मुरैना जिले में सुमावली एक विधानसभा क्षेत्र है । यह मुरैना लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है । सुमावली विधानसभा क्षेत्र मुरैना जिले में स्थित छह विधानसभा क्षेत्रों में से एक है। यह निर्वाचन क्षेत्र जौरा और मुरैना तहसील के कुछ हिस्सों को शामिल करता है । सबलगढ़, जौरा, मुरैना, दिमनी और अंबाह इस मुरैना जिले में है ।

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अब तक हुए चुनाव

सुमावली विधानसभा क्षेत्र में अब तक हुए 11 विधानसभा चुनावों में कोई भी राजनीतिक दल इस क्षेत्र को अपना गढ़ नहीं बना सका । सुमावली में अब तक तीन-तीन बार कांग्रेस और बीजेपी को जीत मिली है, तो दो बार बहुजन समाज पार्टी और एक-एक बार जनता दल और जनता पार्टी के प्रत्याशी ने जीत का स्वाद चखा है । जबकि इस बार भी मुकाबला कांटे का दिख रहा है ।

जातिगत समीकरण

चंबल अंचल की सीट होने के चलते यहां जातिगत समीकरण सबसे अहम माने जाते हैं । सुमावली में गुर्जर समुदाय के सबसे ज्यादा वोटर हैं. जबकि कुशवाहा, क्षत्रिए और ब्राह्यण वोटर भी यहां प्रभावी भूमिका में रहते हैं । अब तक सबसे ज्यादा 6 बार गुर्जर समुदाय के नेता इस सीट से विधायक बने हैं । इसलिए इस बार भी बीजेपी ने इस बार गुर्जर तो कांग्रेस ने कुशवाहा समुदाय के प्रत्याशी को मैदान में उतारा है । जबकि बसपा ने ब्राह्यण प्रत्याशी को उम्मीदवार बनाया है ।
सुमावली विधानसभा क्षेत्र का परिसीमन साल 1977 में हुआ था । इस सीट से सबसे पहले निर्वाचित सदस्य तब तत्कालीन जनता पार्टी से जाहर सिंह शर्मा के रूप में जनता ने चुना । इस चुनाव में वे भारी बहुमत से विजयी होकर क्षेत्र के पहले विधायक बने । जिले का सुमावली विधानसभा क्षेत्र ऐसा इकलौता क्षेत्र हैं जहां ब्राम्हण मतदाता निर्णायक भूमिका है. वहीं, इस 2018 में कांग्रेस ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी । कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी में शामिल हुए ऐंदल सिंह कंषाना के इस्तीफे के बाद यह सीट खाली हुई जिस पर उपचुनाव हुए जिसमें बसपा से भाजपा के रास्ते कांग्रेस में आए अजब सिंह कुशवाह ने जीत दर्ज की ।

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साल सदस्य पार्टी

1977 जहर सिंह जनता पार्टी

1980 योगेंद्र सिंह भारतीय जनता पार्टी

1985 कीरत राम सिंह कंसाना भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

1990 गजराज सिंह सिकरवार जनता दल

1993 अदल सिंह कंसाना बहुजन समाज पार्टी

1998 अदल सिंह कंसाना बहुजन समाज पार्टी

2003 गजराज सिंह सिकरवार भारतीय जनता पार्टी

2008 अदल सिंह कंसाना भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

2013 सत्य पाल सिंह भारतीय जनता पार्टी

2018 अदल सिंह कंसाना भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

2020 अजब सिंह कुशवाह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

Chief Editor JKA

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