काजल धाकड़ बनी सबसे कम उम्र की सरपंच

मध्यप्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न हो चुके हैं और परिणाम भी घोषित हो गए हैं यानी ग्राम सरकार बनकर तैयार है इस बार ग्राम सरकार में युवाओं ने बढ़-चढ़कर मतदान तो किया है वहीं दूसरी तरफ युवा जन प्रतिनिधि बनकर भी आए हैं पढ़े लिखे शिक्षित और युवा वर्ग ने राजनीति में हिस्सा लेकर राजनीति को एक नई दिशा दी है । देश की राजनीति के लिए पहले कॉलेज और विश्वविद्यालयों से छात्र नेता तैयार होते थे लेकिन अब पंचायत चुनाव में हिस्सेदारी करके देश की राजनीति के लिए नेता तैयार हो रहे हैं । श्योपुर जिले की विजयपुर तहसील की ग्राम पंचायत बड़ौदाकलाँ, मध्यप्रदेश की सबसे कम उम्र की सरपंच काजल धाकड़ निर्वाचित हुए हैं । बड़ौदा से नव निर्वाचित सरपंच काजल धाकड़ मध्यप्रदेश की सबसे कम उम्र की सरपंच बनी हैं । अभी उनकी उम्र 21 वर्ष 5 दिन हैं जो मध्यप्रदेश की सबसे कम उम्र की सरपंच हैं । काजल के पिता श्रीनिवास धाकड़ लंबे समय से समाजसेवा में सक्रिय हैं और वे भी बीते पंचायत चुनाव में प्रत्याशी रहे थे, इस बार उन्होंने अपनी बेटी को महिला सीट होने के चलते उम्मीदवार बनाया था, काजल को पंचायत के हर वर्ग ने वोट देकर विजयी बनाया है ।


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