रामनिवास के भाजपाई हो जाने से कांग्रेस को खलेगी कार्यकर्ताओं की कमी

मध्य प्रदेश की बुधनी और विजयपुर विधानसभा दोनों ही सीटों पर उपचुनाव का बिगुल बज चुका है । आगामी 13 नवंबर को मतदान होना है आपको बता दें कि बुधनी विधानसभा शिवराज सिंह चौहान के लोकसभा चुनाव लड़ने के बाद खाली हुई थी तो वहीं लोकसभा चुनाव के दौरान विजयपुर विधानसभा से कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था, अब दोनों ही सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है।
बात विजयपुर विधानसभा की की जाए तो यहां भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस से आए रामनिवास रावत को अपना उम्मीदवार बनाया है वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस में पूर्व भाजपा नेता और राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त रहे मुकेश मल्होत्रा को रामनिवास के सामने चुनावी मैदान में उतार दिया है । मुकेश मल्होत्रा के मैदान में आ जाने से आदिवासी वोट बैंक मुकेश मल्होत्रा की तरफ झुकेगा और इससे रामनिवास की राह मुश्किल होती दिखेगी ।
कांग्रेस के पास है कार्यकर्ताओं की कमी
रामनिवास रावत का विजयपुर विधानसभा सीट पर दबदबा रहा है ,वह आठ विधानसभा चुनाव लड़े जिनमें से छह बार कांग्रेस के टिकट पर विधायक भी बने, इसके अलावा मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे हैं साथ ही मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष भी रहे । रामनिवास रावत के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने विजयपुर में कांग्रेस पार्टी में रहते हुए अपने समकक्ष किसी नेता को खड़ा नहीं होने दिया, नतीजा हर कोई वहां रामनिवास का कार्यकर्ता बनकर काम करता रहा और यही कारण है कि आज रामनिवास के चले जाने से कांग्रेस के पास उम्मीदवार नहीं था इसलिए कांग्रेस ने भाजपा से आए मुकेश मल्होत्रा को टिकट देकर रामनिवास की परेशानी बढ़ा दी है ।रामनिवास के भाजपा में चले जाने के बाद उनके समर्थक भी भाजपाई हो गए लिहाजा कांग्रेस के पास कार्यकर्ताओं की कमी हो गई और यही कमी अब उपचुनाव में पार्टी का झंडा और डंडा उठाने के लिए खलेगी।

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