PLACE-YOUR-ADVERT-HERE
add-banner
IMG-20231202-WA0031
IMG_20220718_112253
IMG-20250516-WA0020
IMG-20250516-WA0017
उत्तर प्रदेशदिल्लीमहाराष्ट्रराजनीतिराज्यविशेष

डर्टी पॉलिटिक्स : दोस्त, दोस्त न रहे…

राजनीति के लिए कहा जाता है कि यहां ना तो कोई स्थाई साथी होता है और ना स्थाई दुश्मन। हालांकि कई राजनेताओं के बीच आजीवन दोस्ती रही। मौत ही दोनों दोस्तों को अलग कर पाई थी। लेकिन कुछ राजनेता ऐसे भी हैं जो पहले तो अच्छे दोस्त थे लेकिन फिर परिस्थितियां ऐसी बनी कि दोनों एक दूसरे के विरोधी बन गए। आइए डालते हैं ऐसे ही चंद नामों पर एक नजर:

No Slide Found In Slider.

बच्चन परिवार और गांधी परिवार के बीच संबंध कितने मधुर हुआ करते थे ये किसी से छिपा नहीं है। परिवारों के बीच घनिष्ठता के कारण जया बच्चन और सोनिया गांधी भी अच्छी दोस्त बन गई थीं। हालांकि राजीव गांधी के निधन के बाद समय और परिस्थिति बदलीं। दोनों परिवारों के बीच रिश्तों में दरार पड़ गई। इस दरार के साथ जया बच्चन और सोनिया गांधी के रिश्ते भी खराब हो गए।

लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार ने लगभग साथ में ही राजनीति शुरू की थी। दोनों सालों तक दोस्त और सहकर्मी रहे। फिर राजनीति ने दोनों दोस्तों को आमने सामने लाकर खड़ा कर दिया। दोनों के बीच जमकर जुबानी जंग हुई। फिर 2015 में दोनों फिर से दोस्त बन गए। लेकिन ये दोस्ती ज्यादा दिन नहीं चली और 2017 में दोनों के रिश्तों में फिर से दरार पड़ी। आज दोनों एक दूसरे के विरोध में अपनी आवाज बुलंद किये हुए हैं ।

राहुल गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी कभी अच्छे दोस्त हुआ करते थे। दोनों के पिता भी अच्छे दोस्त थे। लेकिन 2020 में ज्योतिरादित्य के कांग्रेस छोड़ बीजेपी में जाने के साथ ही इस चर्चित दोस्ती में दरार पड़ गई थी। अब सिंधिया जमकर गांधी परिवार पर निशाना साधते हैं।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कुमार विश्वास राजनीति में आने से पहले अच्छे दोस्त थे। दोनों ही अन्ना आंदोलन के चर्चित और महत्वपूर्ण चेहरे थे। केजरीवाल ने जब आम आदमी पार्टी बनाई तब कुमार विश्वास भी संस्थापक सदस्यों में थे। लेकिन राजनीति में वैचारिक मतभेदों ने इन दोनों की दोस्ती में दरार डाल दी। अब केजरीवाल तो नहीं लेकिन कुमार विश्वास खुलकर अपने पुराने साथी पर निशाना साधते हैं।

PicsArt_10-26-02.06.05

इसी फेहरिस्त में एक चर्चित जोड़ी और भी है। बसपा के पूर्व सांसद धनंजय सिंह और फैजाबाद से समाजवादी पार्टी के बाहुबली पूर्व विधायक अभय सिंह की। धनंजय और अभय लखनऊ विश्वविद्यालय में साथ पढ़ते थे। दोनों साथ ही ठेकेदारी और रंगबाजी किया करते थे। समय बदला और फिर दोनों आमने -सामने हो गए। धनंजय सिंह तो ये आरोप भी लगा चुके हैं कि अभय सिंह ने उनपर जानलेवा हमला करवाया था जिसमें वह बाल-बाल बच गए थे।

Chief Editor JKA

FB_IMG_1657898474749
IMG-20250308-WA0007

Related Articles

Back to top button