जयारोग्य होगा हाईटेक, हर मरीज की बनेगी यूनिक आईडी

प्रधानमंFत्री डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत हर नागरिक को एक यूनिक डिजिटल हेल्थ कार्ड दिया जाएगा । कार्ड पर 14 अंकों को नंबर होगा, जो यूनीक हेल्थ आईडी होगी । जैसे दो आदमी के आधार नंबर या पैन कार्ड नंबर एक जैसे नहीं हो सकते, वैसे ही हर यूजर को एक हेल्थ आईडी नंबर दिया जाएगा ।. एक बार नंबर जेनरेट हो जाने के बाद आपकी हेल्थ हिस्ट्री आपके रेकॉर्ड में अपडेट होती रहेगी । इस प्रक्रिया में हर नागरिक, अस्पताल या क्लीनिक और डॉक्टर्स सभी एक सेंट्रल सर्वर से जुड़े रहेंगे ।
इसी प्रकार की प्रक्रिया पर अमल करते हुए जयारोग्य चिकित्सालय में कंपोजीशन के कार्य पर लगभग पौने पाँच करोड़ रुपए खर्च होंगे । अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि अगले सप्ताह इस काम के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई है, इस सिस्टम के लागू होने के बाद कागज के उपयोग में काफी कमी आएगी । मरीज काउंटर पर जाकर अपने पहचान पत्र की जानकारी देकर यूनिक आईडी बनवाएगा । इसके बाद वह डॉक्टर के पास जाकर चेकअप करवाएगा । डॉक्टर पर्चे पर दवा ना लिखते हुए कंप्यूटर सिस्टम में सारी दवा की एंट्री करेगा और यदि कोई जांच होगी तो वह भी उसी में एंट्री हो जाएगी । भर्ती मरीज को इसका एक प्रिंट भी दिया जाएगा मरीज दवा लेने के लिए जाएगा तो उसे केवल अपनी आईडी बतानी होगी । कंप्यूटराइजेशन के चलते स्टोर को ऑनलाइन जानकारी मिल जाएगी मरीज को कौन सी दवा कितने दिन की देना है । लैब इनफॉरमेशन मैनेजमेंट सिस्टम से डॉक्टर 5 साल बाद भी मरीज हिस्ट्री जान सकता है ।

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