मुरली के बिगड़े सुर, बोले ब्राह्मण-बनिया जेब में

भोपाल. बीजेपी के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव के एक विवादित बयान ने सियासी भूचाल ला दिया है। मीडिया ने मुरलीधर से पूछा कि क्या बीजेपी अब अनुसूचित जाति- अनुसूचित जनजाति की की पार्टी होगी? इस सवाल के जवाब में राव ने अपनी शर्ट और पेंट की जेब की ओर इशारा करते हुए कहा कि मेरी एक जेब में ब्राह्मण और दूसरी में बनिया हैं। उनके इस बयान को पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सत्ता का अहंकार बताया है। उन्होंने कहा कि ये तो ब्राह्मण और वैश्य समाज का अपमान है। हालांकि अपने बयान पर बवाल मचने के बाद राव को सफाई पेश करनी पड़ी है। राव से सवाल पूछा गया था कि बीजेपी कभी ब्राह्मण-बनिया की पार्टी थी, तो कभी एससी, एसटी और ओबीसी की पार्टी हो गई है, ऐसा क्यों है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मेरे वोट बैंक में, मेरे कार्यकर्ताओं में, और मेरे नेताओं में ब्राह्मण रहा है तो ब्राह्मण पार्टी कहा गया। जब बनिया रहा तो बनिया पार्टी का हो गई। पार्टी सबके लिए चालू की गई, लेकिन मेरे पास उस समय कुछ खास वर्ग के लोग ज्यादा थे, तो आप कहते थे यह पार्टी उनकी है।
अदला-बदली की राजनीति नहीं होगी- मुरलीधर
उन्होंने कहा कि प्रदेश में हमने दो धुव्रीय राजनीति को देखा है। इसमें एक तरफ कांग्रेस और दूसरी तरफ बीजेपी। अब हमने संकल्प लिया है कि दो ध्रुवीय राजनीति के चलते अब अदला-बदली की राजनीति नहीं होगी। बीजेपी लंबे समय तक सरकार में रहेगी। हम हर चुनौती को स्वीकार करेंगे और हर संकल्प को पूरा कर पंचायत से लेकर संसद तक भाजपा को बहुमत से जिताते रहेंगे।
‘दिग्विजय सिंह बीजेपी का साथ दे रहे’
मुरलीधर ने कहा कि दिग्विजय सिंह हमारा साथ दे रहे हैं। बहुत साथ रहे हैं, क्योंकि कांग्रेस के दो रंग है। दिग्विजय सिंह कांग्रेस के उस रंग को अपने ट्वीट, बयानों से जनता के सामने रख रहे हैं। इस सब से बीजेपी का जनाधार बड़ रहा है।
DNA का नहीं सर्वाइवल का झगड़ा है
मुरलीधर राव ने कहा कि इंडिया में ट्राइबल की एक्जिस्टेंस और सर्वाइवल ये DNA का झगड़ा नहीं है। ये पिछड़ेपन का झगड़ा है। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया में डीएनए का झगड़ा है हमारे यहां नहीं है। इस विषय को हमने लिया है। 15 नवंबर को आदरणीय प्रधानमंत्री मोदी इसी दिशा में शामिल होने के लिए आ रहे हैं।

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